अंक शास्त्र का आपके मातृत्व की प्रवृति से सम्बन्ध
ज्योतिष की विभिन्न विधाएँ हमें अपने जीवन के अनेकाएक पहलु जानने व् जीवन को बेहतर बनाने में हमारी मदद करती हैं/इन्ही विधाओं मैं तेजी से लोकप्रियता प्राप्त कर रही एक विधा हैं अंक ज्योतिष/अंक ज्योतिष में गणित के नियमों का व्यवहारिक उपयोग कर के मानव जीवन के विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं पर नज़र डाली जा सकती है व् समस्या निवारण किया जा सकता है/
हमारे जीवन का हर एक पहलू ग्रहीय अंक १ से ९ के द्वारा प्रभावित होता है/मातृत्व भी इस से अछूता नहीं है/क्या आप जानना चाहेंगे कि आप कैसी माँ है या कैसी माँ बनेंगी/अंक शास्त्र के आधार पर प्रस्तुत है आपके लिए यह विश्लेषण /
सर्वप्रथम जानिये अपना मूलांक
किसी भी माह की १,१०,१९,२८ दिनांक को जन्मे प्राणी का मूलांक होगा १
इसी प्रकार
दि, २,११,२०,२९ = २
दि. ३,१२,२१,३० =३
दि. ४.१३.२२ =४
दि ५,१४,२३ =५
दि ६,१५,२४ =६
दि, ७,१६,२५ =७
दि ८,१७,२६ =८
दि.९,१८,२७ =९
आपके मूलांक के आधार पर ही आपके मातृत्व की प्रवृति निर्धारित होती है/
अंक १
आपका बौद्धिक स्तर अच्छा है व् आप प्रयत्नशील रहती हैं की आपकी संतान का बौद्धिक स्तर भी अच्छा रहे न उन में नेतृत्व की क्षमता विकसित हो; इस लिए आप कभी कभी उन पर अधिक हावी हो जाती हैं/आप उदार व् विशाल हृदय होने के नाते उनकी इच्छाओं की पूर्ति के लिय खुले दिल से व्यय करना पसंद करती हैं/
अंक २
आप में स्थिति के अनुरूप खुद को ढालने की क्षमता है और आप अपने बच्चों क साथ मित्रवत व्यवहार करना पसंद करती है/आप चाँद की तरह सोलह गुण सम्पन्न है व् चाहती है की आपके बच्चों का भी सर्वागीण विकास हो व् इसके लिए सदैव प्रयत्नशील रहती हैं/
अंक 3
आप स्वयं अनुशासन प्रिय हैं व् अपनी संतान से भी अनुशासन की अपेक्षा रखती हैं/ अगर आपकी संतान किसी परेशानी में हो तो आप व्यथित हो जाती हैं, परन्तु खुद परेशानी झेल कर भी उनकी समस्या का निवारण करने में कोई कसर नहीं छोड़ती हैं/ उनके प्रति शैक्षणिक दायित्व भी आप बखूबी निभाती हैं/
अंक ४
आप मौलिक सोच की स्वामिनी हैं व् लीक से हट कर कुछ करना पसंद करतेी हैं/आपका बौद्धिक स्तर व् तर्क शक्ति अच्छी होने के कारण आप अपने बच्चों से भी अपेक्षा करती हैं कि उनका बौद्धिक स्तर उच्च रहे व् इसके लियर भरपूर प्रयत्न करती हैं / उनकी मौलिकता मुखर करने के लिए, उन्हें विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने क लिए प्रेरित करती हैं/
अंक ५
आप स्वतंत्र रूप से निर्णय लेने में सक्षम हैं व् अपने निर्णय को सहजता से कार्यरूप दे पाती हैं , इस लिए अपने संतान के प्रति अपने दायित्व बखूबी निभा लेती है/ आपको स्थिति का पूर्वाभास होता है, इस कारण आप अपने बच्चों की सुरक्षा के प्रति बहुत सचेत हो जाती हैं/ आप अपनी संतान के साथ अधिकाधिक समय बिताना पसंद करती हैं/
अंक ६
आप सुख चैन की ज़िन्दगी जीना पसंद करती हैं और प्रयत्न शील रहती हैं कि आपकी संतान को भीे भौतिक सुविधाओं की कोई कमी न रहे/ आपका सौंदर्यबोध प्रखर है , अतःआप अपने बच्चों को सजा सँवार कर रखना पसंद करती है/ रचनात्मक क्रियाकलापों व् शैक्षणिक गतिविधियों में आपकी प्रबल रूचि के कारण, बच्चे स्वतःभी आपसे बहुत कुछ सीख पाते हैं/
अंक ७
आप में सहनशीलता व् सामंजस्य की प्रवृति है, आप अपनी संतान के प्रति मित्रवत व्यवहार रखती है व् उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश करती है/अगर आपके संतान स कोई गलती हो भी जाए तो आप उसका ज़िक्र किसी के आगे नहीं करती/ आपका रुझान रचनात्मक,कलात्मक गतिविधियों की ओर अधिक होने के कारण, आप इन गतिविधियों में उनका मार्गदर्शन कुशलता से कर पाती हैं/
अंक ८
आप दृढ निश्चय लेने में सक्षम हैं, अतः संतान की कोई भी परेशानी हो, उसे दूर करने में आपका योगदान प्रबल रहता है/ आप अपने व्यवहार में रौबीली हैं, अतः अपने बच्चों को अनुशासनबद्ध रखती है/ ज़रूरत पड़ने पर उनकी किसी भीे समस्या के निवारण में पीछे नहीं रहती हैं/ खुद भले ही जीवन में संघर्षरत रहे, बच्चों की सुख सुविधा में कमी नहीं आने देती /
अंक ९
आप आत्मनिर्भर व् स्वंय निर्णय लेने में सक्षम हैं व् पारिवारिक दायित्व की ओर आपका रुझान सदैव रहता है/ आप अपनी संतान से किसी सहारे उम्मीद नहीं रखती, परन्तु उनकी आवश्यकताओं के प्रति समर्पित रहती हैं/
वैसे तो माँ को स्वभाविक रूप से अपने सभी बच्चे प्रिय होते है,परन्तु उसका सामंजस्य उस बच्चे के साथ अधिक रहता हैं जिसका मूलांक उसके खुद के मूलांक के साथ मित्रवत हो/
रजनी छाबड़ा